PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana 2026: अब हर घर बनेगा पावर हाउस! पाएं ₹78,000 की सब्सिडी और 300 यूनिट फ्री बिजली
भूमिका:
आज के समय में महंगाई जिस तेजी से बढ़ रही है, उसमें आम आदमी के लिए घर का खर्च चलाना मुश्किल होता जा रहा है। इसमें सबसे बड़ा हिस्सा होता है—बिजली का बिल। इसी समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना’ की शुरुआत की है। इस योजना का लक्ष्य न केवल लोगों को मुफ्त बिजली देना है, बल्कि उन्हें बिजली बेचकर पैसे कमाने का अवसर भी प्रदान करना है।

इस विस्तृत लेख में हम आपको इस योजना की ए-टू-जेड (A to Z) जानकारी देंगे।
1. पीएम सूर्य घर योजना क्या है? (What is the Scheme?)
यह केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसके तहत देश के 1 करोड़ परिवारों की छतों पर सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार ने इसके लिए ₹75,000 करोड़ से अधिक का बजट आवंटित किया है। इसका मुख्य उद्देश्य गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के बिजली बिल को शून्य (Zero) करना है।
2. सब्सिडी का पूरा गणित: आपको कितने पैसे मिलेंगे?
सरकार ने सोलर सिस्टम की क्षमता के आधार पर सब्सिडी को तीन भागों में बांटा है:
सोलर प्लांट की क्षमता सरकारी सब्सिडी (Amount)
1 kW सिस्टम ₹30,000
2 kW सिस्टम ₹60,000
3 kW या उससे अधिक ₹78,000 (अधिकतम)
नोट: यदि आप किसी हाउसिंग सोसाइटी (RWA) में रहते हैं, तो कॉमन लाइटों के लिए 500 किलोवाट तक के सिस्टम पर ₹18,000 प्रति किलोवाट की सब्सिडी मिलती है।
3. योजना के मुख्य लाभ (Key Benefits)
300 यूनिट मुफ्त बिजली: हर महीने आपकी 300 यूनिट तक की खपत बिल्कुल फ्री होगी।
सालाना ₹15,000 से ₹18,000 की बचत: एक सामान्य परिवार साल भर में इतनी बचत आसानी से कर सकता है।
अतिरिक्त आय का साधन: यदि आपका सोलर सिस्टम आपकी ज़रूरत से ज्यादा बिजली बनाता है, तो आप उसे डिस्कॉम (Discom) को बेचकर सालाना अच्छी कमाई कर सकते हैं।
पर्यावरण के अनुकूल: इससे कार्बन उत्सर्जन कम होगा और ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्याओं से लड़ने में मदद मिलेगी।
4. आवेदन के लिए पात्रता (Eligibility Criteria)
योजना का लाभ लेने के लिए निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना अनिवार्य है:
आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
आवेदक के पास अपना खुद का घर होना चाहिए जिसकी छत सोलर पैनल के लिए मजबूत हो।
परिवार की वार्षिक आय ₹1.5 लाख से ₹2 लाख के बीच (प्राथमिकता के आधार पर) होनी चाहिए, हालांकि मध्यम वर्ग भी आवेदन कर सकता है।
आपके पास एक वैध बिजली कनेक्शन (Electricity Connection) होना चाहिए।
5. जरूरी दस्तावेज (Documents Required)
आवेदन करने से पहले इन कागजातों को तैयार रखें:
आधार कार्ड
पते का प्रमाण (निवास प्रमाण पत्र)
पिछले 6 महीने का बिजली बिल (Consumer Number के लिए)
बैंक पासबुक या कैंसिल्ड चेक (सब्सिडी इसी खाते में आएगी)
सक्रिय मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
छत की एक फोटो जहाँ पैनल लगना है।
6. ऑनलाइन आवेदन कैसे करें? (Step-by-Step Registration)
यहाँ स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया दी गई है:
स्टेप 1: रजिस्ट्रेशन
सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट pmsuryaghar.gov.in पर जाएं और ‘Apply for Rooftop Solar’ पर क्लिक करें। अपना राज्य, बिजली कंपनी और कंज्यूमर नंबर डालकर रजिस्टर करें।
स्टेप 2: आवेदन फॉर्म भरें
लॉगिन करने के बाद, अपनी व्यक्तिगत जानकारी और बिजली की खपत का विवरण भरें।
स्टेप 3: डिस्कॉम की मंजूरी (Feasibility Approval)
आपके आवेदन के बाद बिजली विभाग (DISCOM) आपकी छत का निरीक्षण करेगा। मंजूरी मिलने के बाद ही आप सोलर लगवा पाएंगे।
स्टेप 4: इंस्टॉलेशन
मंजूरी मिलने के बाद, सरकार द्वारा लिस्टेड किसी भी वेंडर (Registered Vendor) से सोलर पैनल लगवाएं।
स्टेप 5: नेट मीटरिंग और सब्सिडी
सोलर लगने के बाद, नेट मीटर के लिए अप्लाई करें। जैसे ही नेट मीटर लग जाएगा और पोर्टल पर सर्टिफिकेट अपलोड होगा, 30 दिनों के अंदर सब्सिडी आपके खाते में आ जाएगी।
7. सोलर लोन की सुविधा (सस्ते और बिना गारंटी के लोन)
कई लोगों को लगता है कि सोलर लगवाना बहुत महंगा सौदा है, लेकिन सरकार ने इसका समाधान भी निकाल लिया है:
बिना गारंटी लोन: 3 किलोवाट (kW) तक के सिस्टम के लिए आपको बैंक को कोई गारंटी (Collateral) देने की जरूरत नहीं है।
कम ब्याज दर: सरकार ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे इसे सिर्फ 7% के आसपास की ब्याज दर पर उपलब्ध कराएं।
आसान किस्तें: आप हर महीने जो बिजली बिल बचाएंगे, उसी बचत से इस लोन की ईएमआई (EMI) आसानी से चुका सकते हैं।
8. सोलर कैलकुलेटर: कैसे जानें कितनी होगी बचत?
आधिकारिक पोर्टल पर एक ‘सोलर कैलकुलेटर’ दिया गया है। इसमें आप अपनी छत का क्षेत्रफल (Square Feet) और अपना मासिक बिजली बजट डालकर यह जान सकते हैं कि:
आपको कितने किलोवाट के सिस्टम की जरूरत है।
सोलर लगवाने में कुल कितना खर्च आएगा।
सरकार से कितनी सब्सिडी मिलेगी और आपका पैसा कितने सालों में वसूल हो जाएगा।
9. रखरखाव और वारंटी (Maintenance & Warranty)
सोलर पैनल लगवाने के बाद आप अगले 25 सालों के लिए निश्चिंत हो सकते हैं:
सोलर पैनल: इन पर आमतौर पर 25 साल की परफॉर्मेंस वारंटी मिलती है।
इनवर्टर: इस पर 5 से 10 साल की वारंटी दी जाती है।
रखरखाव: आपको बस महीने में एक या दो बार पैनलों को साफ़ पानी से धोना होता है ताकि धूल की वजह से बिजली उत्पादन कम न हो।
10. राज्यवार अपडेट्स 2026 (State-wise Updates)
यूपी, बिहार, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में इस योजना को लेकर बहुत उत्साह है:
उत्तर प्रदेश: योगी सरकार ‘पीएम सूर्य घर’ योजना के साथ अपनी तरफ से भी अतिरिक्त वित्तीय सहायता दे रही है।
बिहार: बिहार सरकार ने हर गांव में सोलर लाइट के साथ-साथ इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष अभियान शुरू किया है।
गुजरात: सोलर रूफटॉप के मामले में गुजरात फिलहाल देश में सबसे आगे है और यहाँ आवेदन की प्रक्रिया सबसे तेज है।
11. पीएम सूर्य घर बनाम पुरानी सोलर योजना: क्या बदलाव हुए हैं?
पहले सब्सिडी का पैसा आने में महीनों लग जाते थे, लेकिन अब:
डायरेक्ट ट्रांसफर (DBT): अब पैसा सीधे उपभोक्ता के बैंक खाते में आता है, बीच में कोई बिचौलिया नहीं होता।
फास्ट अप्रूवल: बिजली कंपनियों (DISCOM) के लिए अब समय सीमा के भीतर मंजूरी देना अनिवार्य कर दिया गया है।
नेशनल पोर्टल: अब पूरे देश के लिए एक ही पोर्टल है, जिससे आवेदन करना बहुत आसान हो गया है।
12. निष्कर्ष (Conclusion)
पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना भारत के हर घर को आत्मनिर्भर बनाने की एक क्रांतिकारी दिशा है। यदि आपके पास अपनी छत है, तो आज ही इस योजना में आवेदन करें। यह न केवल आपके हजारों रुपये बचाएगा बल्कि आने वाली पीढ़ी को एक प्रदूषण मुक्त और स्वच्छ वातावरण भी देगा।
